एम्ब्रायो (भ्रूण) ट्रांसफर के बाद पेट में दर्द की समस्या कितनी सामान्य है !

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एम्ब्रायो या जिसे भ्रूण ट्रांसफर के नाम से भी जाना जाता है, इसको लेकर महिलाओं के मन में काफी सवाल घूमते है जैसे की अगर वो आईवीएफ के जरिये गर्भवती होती है तो उनमे भ्रूण ट्रांसफर करने में उन्हें किस तरह के दर्द का सामना करना पड़ता है वही ये दर्द कितना सरल व सामान्य होता है। इसके अलावा आज के लेख में हम एम्ब्रायो ट्रांसफर के बारे में ही बात करेंगे इसलिए इसके बारे में जानने के लिए आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें ;

क्या है एम्ब्रायो या भ्रूण ?

  • इसमें भ्रूण स्थानांतरण के लिए महिला के प्राकृतिक मासिक चक्र (पीरियड्स) के आधार पर उचित समय निर्धारित किया जाता है।
  • इसके बाद ताजा भ्रूण स्थानांतरण सफल आरोपण के लिए अधिक प्राकृतिक समय और क्षमता की अनुमति देता है, जिससे आईवीएफ में एक सफल गर्भावस्था प्राप्त करने की संभावना अधिक होती है।
  • भ्रूण स्थानांतरण का लक्ष्य एक स्वस्थ और समृद्ध परिवार की स्थापना करना होता है, क्युकी महिलाओं को जहां प्राकृतिक रूप से गर्भाधान करने में कठिनाई होती है। वही यह तकनीक उन जोड़ीदारों को मातृत्व का आनंद प्रदान कर सकती है, जिन्हें गर्भाधान करने में समस्याएं हो सकती है।

अगर आप भी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के जरिये संतान प्राप्त करना चाहती है तो इसके लिए आपको पंजाब में आईवीएफ सेंटर जाकर भ्रूण स्थान्तरण की प्रक्रिया का चयन करना चाहिए।

 

क्या एम्ब्रायो या भ्रूण ट्रांसफर के वक़्त दर्द का अनुभव होता है ?

एम्ब्रायो ट्रांसफर के बाद निम्न तरीके से दर्द का अनुभव होता है;

  • आपको एम्ब्रायो या भ्रूण ट्रांसफर के वक़्त दर्द का अनुभव हो सकता है क्युकि इस प्रक्रिया में इंजेक्शन थोड़ा दर्दनाक लग सकता है। अंडा निकालने के बाद आपको हल्का दर्द, ऐंठन और रक्तस्राव का भी अनुभव हो सकता है। इसके विपरीत, भ्रूण का प्रत्यारोपण संभवतः आईवीएफ प्रक्रिया का सबसे कम असुविधाजनक हिस्सा है।
  • वहीं भ्रूण स्थांतरण के दौरान दर्द का होना कोई बड़ी बात नहीं है क्युकि एम्ब्रायो को जब ट्रांसफर किया जाता है, तो महिला के गर्भ में भ्रूण को रखा जाता है। वही अंदर भ्रूण इधर-उधर हिलता है, जिसकी वजह से पेट में दर्द का होना कोई बड़ी बात नहीं है।

 

भ्रूण ट्रांसफर के बाद के लक्षण क्या नज़र आते है ?

  • वजन में परिवर्तन का आना। 
  • स्तन में बदलाव का आना। 
  • आवृत्ति मासिक धर्म में कुछ दिन बदलाव का आना। 
  • मानसिक स्थिति में परिवर्तन का आना। 
  • थकान महसूस करना।

अगर बांझपन की समस्या ने आपको भी परेशान कर रखा है तो इसके लिए आप पंजाब में आईवीएफ उपचार का चयन कर सकते है।

 

एम्ब्रायो (भ्रूण) ट्रांसफर के लिए बेस्ट हॉस्पिटल या सेंटर ?

  • अगर आप बिना किसी नुकसान और नवीनतम तकनीकों की मदद से अपने गर्भ में भ्रूण स्थानांतरण करवाना चाहती है तो इसके लिए आपको सोफत इनफर्टिलिटी एन्ड वीमन केयर सेंटर का चयन कर लेना चाहिए। क्युकि इस हॉस्पिटल में अनुभवी डॉक्टरो के द्वारा एम्ब्रायो ट्रांसफर की प्रक्रिया को किया जाता है।

निष्कर्ष :

  • एम्ब्रायो ट्रांसफर को किस तरह से किया जाता है के बारे में हम आपको उपरोक्त बता ही चुके है तो अगर आप भी प्राकृतिक रूप से माँ नहीं बन सकते तो इसके लिए आपको आईवीएफ उपचार के जरिये इस प्रक्रिया का चयन करना चाहिए।