द सोफत इनफर्टिलिटी एंड वुमन केयर सेंटर के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सुमिता सोफत ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक इंटरव्यू वीडियो में उनसे यह पूछा गया की भारत में आईवीएफ ट्रीटमेंट की सुविधा कब से शुरू हुई है और इस उपचार में कौन-कौन प्रक्रिया शामिल होती है | इस सवाल पर जवाब देते हुए डॉक्टर सुमिता सोफत ने कहा कि लोगों के बीच आईवीएफ ट्रीटमेंट को लेकर कम जागरूकता होने के कारण शायद बहुत कम लोगों यह पता है की भारत में भी आईवीएफ ट्रीटमेंट काफी समय से चलते आ रहा है, लेकिन पहले के दशक में आईवीएफ ट्रीटमेंट की सुविधा केवल बड़े-बड़े शहरों में उपलब्ध होती थी, जिसकी वजह से छोटे-छोटे शहर के लोगों को आईवीएफ ट्रीटमेंट करवाने का मौका भी नहीं मिलता था | लेकिन अब के समय में इस ट्रीटमेंट को लेकर अवेयरनेस इतनी ज़्यादा फ़ैल गयी है, जिस वजह आईवीएफ ट्रीटमेंट की उपलब्धता भी बढ़ गयी है |
अगला सवाल उनसे यह पुछा गया की जब कोई मरीज़ अपना इलाज करवाने उनकी संस्थ में आता है तो इस बात का उन्हें कैसे पता लगता है की इन मरीज़ों को आईवीएफ ट्रीटमेंट की ज़रूरत है ? इस बात पर डॉक्टर सुमिता सोफत ने यह जवाब दिया की उनके पास जितने भी दम्पति इलाज के लिए आते है, उनका केवल यह बताना होता है कि वह पिछले एक साल से गर्भवती होने की कोशिश कर रहे है लेकिन हर बार असफलता प्राप्त करते है | तो जो दम्पति को काफी समय से गर्भवती होने की कोशिश कर रहे हैं या फिर छोटी तकनीक जैसे की आईयूआई ट्रीटमेंट के बाद भी गर्भधारण करने में असमर्थ हो गए है, उन दंपतियों को आईवीएफ को कंसीव करने की सलाह दी जाती है |
यदि आप भी इंफर्टिलिटी या फिर बांझपन जैसी स्थिति से गुजर रहे और इलाज करवाना चाहते है तो इसके लिए आप द सोफत इनफर्टिलिटी एंड वुमन केयर सेंटर से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के पास ऐसे लेटेस्ट तकनीक मौजूद है, जिसके इस्तेमाल से इनफर्टिलिटी का इलाज कर गर्भधारण करने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए आज ही द सोफत इनफर्टिलिटी एंड वुमन केयर सेंटर की वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |
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