जिला मानसा के गाओं भामा कलां के रहने वाले साधु सिंह (60) की पत्नी सुखदेव कौर (52) की शादी के 25 वर्ष बाद डा. सुमिता सोफट अस्पताल से जुड़वां बेटों का सुख मिला है |
औलाद पैदा होने के 2 वर्ष बाद एक बार फिर साधु सिंह परिवार सहित डा.सुमिता सोफट का आभार व्यक्त करने पंहुचा | पत्र्कारों से बात करते हुए साधु सिंह ने बतया कि उन्होंने संगरूर, मानसा, पटियाला, जालन्धर एवं बठिंडा के कई अस्पतालों से उपचार करवाया लेकिन हर जगह उन्हें निराशा ही मिली | उन्होंने बताया कि उनके किसी जान-पहचान वाले को डा.सुमिता सोफट जी से उपचार करवाकर बच्चे की प्राप्ति हुई थी | यहाँ आकर उन्हें आशा की एक किरण दिखाई दी और डा. सुमिता सोफट से उपचार करवाकर उन्हें संतान सुख की प्राप्ती हुई |
डा.सुमिता सोफट ने बताया कि जिन मरीजों का आई.वी.ऍफ़ उपचार बार-बार विफल हो चूका है वह आज नई तकनीकों का सहारा ले सकते हैं | इनमे ईवसी, ईमसी, एम्प्रयो मॉनिटरिंग, लेज़र हैचिंग, ब्लास्टोसिस्ट कल्चर मरीजों के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं | इसकी वजह से मरीजों में आई.वी.ऍफ़ की सफलता दर कई गुना बढ़ जाती है |