क्या है नार्मल डिलीवरी?
डिलीवरी (प्रसव) की वो प्रक्रिया है, जिसमे की शिशु का जन्म प्राकृतिक तरीके से होता है और वो भी योनि मार्ग से | यदि किसी गर्भवती महिला को कोई समस्या न हो तो, नॉर्मल डिलीवरी की सम्भावना बढ़ जाती
है | नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ाने वाली कुछ संभावनाएं हमने यहाँ पर लिखी है :
- जिस महिला की पहले नार्मल डिलीवरी हुई हो |
- महिला को किसी प्रकार की शारीरिक समस्या न हो |
- गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी न हुई हो |
- महिला का ब्लड प्रेशर, हिमोग्लोबिन और ब्लड शुगर बिलकुल सही मात्रा में हो |
- परंतु यह ध्यान रखें की यह सब कारक किसी भी प्रकार की गारंटी नहीं करते हैं |
यदि अपने IVF के द्वारा गर्भपात धारण किया है तो , समय – समय पर IVF Centre In Punjab में जाकर अपने फर्टिलिटी डॉक्टर से परामर्श करें | जो महिलाएँ बांझपन के गुज़र रही हैं , वह IVF की मदद से गर्भपात की सम्भावना बढ़ जाती है | IVF Cost आपकी स्थिति के ऊपर निर्भर करेगी क्योंकि डॉक्टर पहले जांच करेगा और आपके लिए फिर ट्रीटमेंट प्लान त्यार करेगा |
नार्मल डिलीवरी कितना समय लेती है ?
नार्मल डिलीवरी का पूरा समय महिला की स्थिति पर निर्भर करता है | जिस महिला ने पहली बार गर्भ धारण किया है उनको 7 से 8 घंटे का समय लगता है | जो महिलाएँ दूसरी बार गर्भवती हुई हैं उनको कम समय लगता है |
कुछ बेहतरीन टिप्स जो गर्भवती महिला को नार्मल डिलीवरी में सहायता करता है :
बिलकुल भी तनाव न लें
नार्मल डिलीवरी की संभावना को बढ़ाने के लिए महिला को तनाव से दूर रहना चाहिए | यह करने के लिए आप मधुर संगीत सुने, ध्यान लगाएँ, किताबें पढ़े या वो करें जिससे आपके मन में अच्छे विचार आएं |
कोई भी गलत बात न सोचें
इस समय आपको कोई भी गलत विचार अपने मन में नहीं आने देना चाहिए |किसी भी सूनी–सुनाई बात पर ध्यान मत दें | किसी और के अनुभव को अपने अनुभव से मत जोड़े | आपकी स्थिति किसी और से अलग होगी |
प्रसव के बारे में सही से समझ लें
जब आपके पास सही जानकारी होगी तो वह आपकी स्थिति को बेहतर रखेगा | यही बेहतर होगा की आप डॉक्टर से बात करें और समझ लें आपकी स्थिति में क्या फ़ायदेमंद हो सकता है |
अपने आस–पास अपनों को रखें
गर्भवती महिला के लिए यही बेहतर होता है की वह अपने आस पास उन लोगों को रखें जो आपको मजबूत बनाते हैं | इससे गर्भवस्था में नार्मल डिलीवरी की सम्भावना बढ़ जाती है |
बेहतरीन डॉक्टर चुने
गर्भवती महिला के लिए यह ज़रूरी है की वह डॉक्टर का चयन बहुत धयान से करें | यह ज़रूरी है की आप डॉक्टर वो चुने जो आपकी स्थिति को अच्छे से समझे और आपको सही सलाह दे | वह नार्मल डिलीवरी के लिए भी आपकी सहायता करेंगे |
नीचे के हिस्से को सही से मालिश करें
सातवें महीने में यह बहुत ज़रूरी है की आप निचे के हिस्से को बहुत सही से मालिश करें | यह करने से डिलीवरी में बहुत ही आसानी हो जाती है और आपको किसी भी तरह का तनाव भी महसूस नहीं होता है |