निसंतान जोड़ो के लिए जहा आईवीएफ का उपचार वरदान साबित हुआ वही काम करने वाली महिलाओं के लिए कही न कही मुश्किल भी खड़ी कर रही है। इसलिए आज के इस आर्टिकल में काम करने वाली महिलाओं द्वारा पूछे गए तमाम प्रश्नों का उत्तर देंगे की कैसे वो आईवीएफ प्रेग्रेंसी में अपने काम को सुचारु रूप में जारी रख सकती है ;
क्या आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद रोजमर्रा के कार्यो को किया जा सकता है ?
आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद रोजमर्रा के कार्यो को किया जा सकता है या नहीं जानने के लिए निम्न बातो का खास ध्यान रखे ;
गतिविधि भ्रूण को अलग या गिरने का कारण नहीं बनाया जाता है।
प्राकृतिक गर्भावस्था जैसे भ्रूण गर्भाशय भी पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
तो वही इस उपचार के बाद मरीज 48 घंटे के बाद नियमित गतिविधियों व रोजमर्रा के कार्यो को फिर से शुरू कर सकते हैं।
आईवीएफ के बाद अधिक आराम करने का सफलता दर से कोई संबंध नहीं है।
पर आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद आपको खास बात का ध्यान रखना है की अत्यधिक वजन उठाने, झुकने या व्यायाम जैसी जोरदार गतिविधियों से जितना हो सके खुद का बचाव करे।
आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद स्ट्रेस लेवल को कैसे रखे मेन्टेन ?
निम्न बातो का ध्यान रख के आप काम के दौरान स्ट्रेस लेवल को कम कर सकती है ;
करना क्या है आपको, सबसे पहले तो आपको मोटीवेट रहना है और इसके लिए आप इंटरनेट का चयन कर सकती है। पर आईवीएफ ट्रीटमेंट से जुडी कोई भी ऐसी चीज न सर्च करे जिससे आप नकारात्मकता की और अग्रसर हो।
यदि आप आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद चिंतन की प्रक्रिया से गुजर रहे है तो साँस लेने के व्यायाम का अभ्यास करें।
अपने साथी के साथ खुलकर बात करें।
आईवीएफ के दौरान आपको खास ध्यान रखना है की आप खाने में क्या इस्तेमाल कर रहे है।
इसके अलावा आप आईवीएफ के दौरान ज्यादा स्ट्रेस महसूस कर रही है, तो पंजाब में आईवीएफ सेंटर का चयन करें।
क्या है आईवीएफ ट्रीटमेंट ?
आईवीएफ ट्रीटमेंट बांझपन जोड़ो के लिए किसी वरदान से कम नहीं है इसके अलावा क्या है आईवीएफ ट्रीटमेंट इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;
आईवीएफ (IVF) एक प्रजनन उपचार यानि फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है जोकि उन लोगों के लिए बना हैं जो बच्चा पैदा करने में असमर्थ होते है। इस प्रक्रिया से बाँझ दम्पत्तियों का उपचार किया जाता हैं। आईवीएफ के द्वारा काफी निःसंतान दम्पत्तियों को अपनी संतान होने का सुख भी मिलता है।
आईवीएफ प्रक्रिया में एक महिला के अंडाशय से अंडे प्राप्त करना और पुरुष के शुक्राणु के साथ कृत्रिम रूप से उन्हें निषेचित करना शामिल है।
यदि आपको भी संतान प्राप्ति की चाहत है, तो पंजाब में आईवीएफ उपचार का जल्द चयन करे।
सुझाव :
आईवीएफ उपचार के दौरान क्या हो महिलाएं और क्या हो पुरुष सबको आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद काफी चिंता होती है, यदि आप भी ऐसी ही श्रृंखला में शामिल है तो आपको चिंता लेने की आवयश्कता नहीं है। बल्कि समय रहते इसके लिए किसी अच्छे डॉक्टर का चयन करे। इसके अलावा सोफत इनफर्टिलिटी एन्ड वीमेन केयर सेंटर का चयन कर डॉ सुमिता सोफत से जरूर सलाह ले।
निष्कर्ष :
उपरोक्त बातो को ध्यान में रख के आप खुद को आईवीएफ उपचार के दौरान जो भी परेशानी होती है, उससे आप निजात पा सकते है। फिर चाहे वो परेशानी पर्सनल लाइफ से जुडी हो या प्रोफेशनल लाइफ से।