महिलाओं में बांझपन होने में मुख्य लक्षण और कारण क्या है, जाने कैसे करे इसका इलाज

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बांझपन महिला को गर्भवती होने में असमर्थ कर देती है | स्वास्थ्य सेवा प्रदाता द्वारा इसका निदान तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति या जोड़ा बिना गर्भधारण के 12 महीने तक असुरक्षित तरीके से यौन सम्बन्ध बनता है | बांझपन समस्या के कई उपचार और विकल्प होते है, जिनमे हार्मोनल समस्या को ठीक करने के लिए कई तरह के दवाएं, सर्जरी और आईवीएफ जैसे उपचार किये जाते है | आइये जानते है इस बारे में क्या है महिला बांझपन की समस्या :-  

डॉ सुमिता सोफत हॉस्पिटल की सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सुमिता सोफत ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के द्वारा यह बताया कि बांझपन होना एक ऐसी समस्या है जो किसी भी व्यक्ति या दम्पति को गर्भवती होने में असमर्थ बना देती  है | कुछ लोगों के मामले ऐसे भी होते है जिन्हे किसी भी तरह की अगर मेडिकल स्थिति या फिर गर्भाशय सम्बन्धी बांझपन की समस्या है तो उन्हें जल्द ही निदान मिल जाता है | 

बांझपन की समस्या किसी भी साथी की वजह से हो सकता है | जैसे बांझपन की समस्या पुरुषों के प्रजनन प्रणाली में किसी तरह के समस्या के कारण उत्पन्न होता है, ठीक वैसे ही महिलाओं में भी प्रजनन प्रणाली में किसी तरह के समस्या के कारण उत्पन्न होती है | महिलाओं में बांझपन होने की समस्या उनके उम्र, हार्मोन स्थिती, चिकित्सा की स्थिति, रोज़ाना जीवनशैली और पर्यावरणीय कारको पर ही निर्भर करता है |  

महिलाओं में बांझपन दो तरह के पाए जाते है प्राथमिक और द्वितीयक | प्राथमिक बांझपन का मतलब होता है की महिला की उम्र 35 वर्ष या इससे भी अधिक हो गयी है लेकिन कभी भी गर्भवती नहीं हुई है या फिर छह महीने और एक साल तक प्रयास करने के बाद भी गर्भवती नहीं हो पा रहे है | द्वितीयक बांझपन का अर्थ होता है की जब महिला कम से कम एक सफल गर्भावस्था को धारण करने के बाद दोबारा गर्भवती नहीं हो पाती है | 

महिलाओं में बांझपन होने के सबसे आम संकेत यही होता है की नियमित, असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाने के बाद भी गर्भवती का न हो पाना | इसके अलावा मासिक धर्म न होना या फिर अनियमित से होना भी शामिल है | बांझपन होने के कई  संभावित कारण हो सकते है | हालांकि सटीक कारणों का पता लगाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है क्योंकि कई जोड़ो में अस्पष्टीकृत बांझपन की समस्या भी पायी जाती है | लेकिन अधिकांश मामलो में अंडे के उत्पादन और रिलीज़ की समस्याएं शामिल होती है | 
यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसके लिए आप डॉ सुमिता सोफत हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के डॉ सुमिता सोफत इनफर्टिलिटी और आईवीएफ में एक्सपर्ट्स है और इन्हे 28 से भी अधिक वर्षो का तज़र्बा है, जो की इस समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकती है |

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