योनि संक्रमण क्या होता है, इसके मुख्य लक्षण, कारण और कैसे किया जाता है इलाज ?

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वजाइनल संक्रमण, जिसे योनि संक्रमण के नाम से भी जाना जाता है, यह महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली एक आम स्वास्थ्य समस्या है | यह संक्रमण योनि के अंदर बैक्टेरिया, फंगस या फिर वायरस के कारण उत्पन्न हो सकता है, जिसकी वजह से महिला को असहज़ता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं से गुजरना पड़ सकता है | यदि आप भी ऐसे ही किसी परिस्थिति से गुजर रहे हो तो इलाज के लिए आप द सोफट इनफर्टिलिटी और वुमन केयर सेंटर से परमर्श कर सकते है | आइये जानते है इस विषय के बारे में विस्तारपूर्वक से :- 

योनि संक्रमण क्या होता है ? 

योनि संक्रमण महिलाओं के योनि क्षेत्र में होने वाली एक स्वास्थ्य संबंधी सामान्य समस्या है | यह संक्रमण विभिन्न प्रकारों के बैक्टीरिया, फंगस, वायरस या फिर परजीवी के कारण होता है | महिलाओं में यह संक्रमण तब होता है जब सामान्य रूप से पाए जाना बैक्टीरिया की संख्या अनियमतता से बढ़ने लग जाता है | जिससे बदबूदार, सफ़ेद या फिर धूसर राग का स्त्राव होने लग जाता है | इसके अलावा यह संक्रमण कैंडिड नामक फंगस के कारण से भी हो सकता है, जिसकी वजह से उस हिस्से में खुजली, जलन और सफ़ेद रंग का गाढ़ा और बदबूदार स्त्राव भी निकलने लग जाता है | 

यह परजीवी के कारण भी हो सकता है, जो आमतौर पर यौन संचारित रोग के रूप में होता है | कुछ वायरल संक्रमण जैसे की हरपीस सिम्पलेक्स वायरस भी योनि में संक्रमण का प्रमुख कारण बनते है | इसके साथ ही कुछ अनुपचारित योनि संक्रमण जैसे की क्लैमाइडिया और गोनोरिया नामक संक्रमण यदि महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में फ़ैल जाते है तो इससे बांझपन  होने का खतरा बढ़ सकता है | इसलिए प्रत्येक महिलाओं के लिए यह ज़रूरी होता है की किसी भी संक्रमण के लक्षणों का पता लगते ही तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के पास जाएं और अपना इलाज कराएं | आइये जानते है योनि संक्रमण होने के मुख्य लक्षण और कारण क्या है :- 

योनि संक्रमण होने के प्रमुख लक्षण

योनि संक्रमण होने के मुख्य लक्षण निम्नलिखित है :- 

  • खुजली के साथ-साथ जलन :- योनि संक्रमण होने के मुख्य लक्षणों में से एक है प्रभावित क्षेत्र में खुजली के साथ-साथ जलन होना | 
  • अनियमितता से स्राव होना :- स्त्राव का रंग सफ़ेद, पीला, हरा या फिर धूसरा हो सकता है और यह गाढ़ा, पतला या फिर दूध जैसे गाढ़ा भी हो सकता है | कभी-कभी तो रक्तस्राव से बदबू भी आने लग जाता है जो बिलकुल मछली की तरह होती है | 
  • योनि में लालिमा और सूजन होना :- संक्रमण होने की वजह से योनि के आसपास वाली त्वचा लाल और सूजी हुई हो सकती है | 
  • पेशाब करने के दौरान जलन :- पेशाब करने के दौरान आपको योनि के आसपास जलन होने का अनुभव हो सकता है | 
  • यौन संबंध बनाने के दौरान दर्द होना :- यदि आपको यौन संबंध बनाते समय योनि में असहनीय दर्द होने का अनुभव हो रहा है तो यह योनि संक्रमण के कारण हो सकता है |  
  • गंध आना :- योनि से बदबूदार स्राव का आना, जो योनि संक्रमण होने का संकेत दे सकता है | 
  • दर्द महसूस होना :- योनि संक्रमित होने के कारण कभी-कभी आपको योनि के आसपास क्षेत्र में दर्द और असहज़ता महसूस हो सकती है | 

योनि संक्रमण होने के प्रमुख कारण

बैक्टीरियल का असंतुलन होना 

महिलाओं के योनि में कई तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते है, जिनमें से लैक्टोबैसिलस सबसे प्रमुख होते है | जब इन बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ने लग जाता है तो इससे हानिकारक बैक्टीरिया की संख्या अनियमतता से बढ़ने लग जाती है , जिससे बैक्टीरियल वेजिनोसिस हो सकता है | 

फंगल संक्रमण 

कैंडिडा नामक फंगस योनि में स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाला एक फंगस होता है, लेकिन जब उसका विकास अत्यधिक रूप से होने लग जाता है, तो इससे यह फंगल संक्रमण होने का कारण बन सकता है | यह गर्भावस्था, डायबटीज़ या फिर कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण भी हो सकता है | 

यौन संचारित संक्रमण (एसटीआईएस)

कुछ योनि संक्रमण ( वजाइनल इन्फेक्शन ) जैसे की ट्राइकोमोनियासिस, यौन के संपर्क में आने से फैलने लग जाते है | असुरक्षित तरीके से बनाया गया यौन संबंध या फिर एक से अधिक साथी के साथ यौन संबंध बनाने से भी यह संक्रमणों होने का खतरा बढ़ जाता है | 

हार्मोनल परिवर्तन 

महिलाओं के एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर बदलाव, विशेष रूप से मेनोपॉज़ के बाद होता है, जो योनि के प्राकृतिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है | जिसकी वजह से एट्रोफिक वेजिनाइटिस जैसे समस्याओं के उत्पन्न होने का जोखिम कारक बढ़ सकता है |      

कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली 

डायबटीज़ या फिर एचआईवी जैसे रोगों से पीड़ित व्यक्ति के प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमज़ोर होते है, जिसकी वजह से उन्हें यह संक्रमण होने का जोखिम कारक सबसे अधिक होता है | ऐसा इसलिए क्योंकि उनका शरीर इस संक्रमण से लड़ने के सक्षम नहीं होता है | 

ऐसे और भी प्रमुख कारण है, जैसे की एलर्जी और संवेदनशीलता, पोषण की कमी होना, स्वच्छता और व्यक्तिगत आदतें आदि योनि संक्रमण होने के कारण बन सकते है | आइये जानते है योनि संक्रमण का कैसे किया जाता है इलाज :- 

यौनि संक्रमण का कैसे किया जाता है इलाज ? 

योनि संक्रमण का कई तरीकों से इलाज किया जाता है, जिनमें शामिल है बैक्टीरियल वेजिनोसिस, फंगल संक्रमण को कम करने के लिए दवाओं का उपयोग, घरेलू उपचार और स्व-देखभाल आदि के माध्यम से किया जा सकता है | लेकिन आपकी समस्या के इलाज के लिए कौन से तकनीक का उपयोग करना यह केवल आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वाराआपकी स्थिति की जांच पड़ताल करने के बाद ही सुझाव दिया जाता है | यदि आप भी ऐसी किसी परिस्थिति से गुजर रहे है तो इलाज के लिए डॉक्टर सुमिता सोफत से परामर्श कर सकते है |          

द सोफत इनफर्टिलिटी और वुमन केयर सेंटर की सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सुमिता सोफत पंजाब के बेहतरीन आईवीएफ स्पेशलिस्ट में से एक है, जो इस समस्या से मुक्ति दिलाने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही द सोफत इनफर्टिलिटी और वुमन केयर सेंटर की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से संपर्क कर सीधा संस्था से चयन कर सकते है |      

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