गर्भाशय में रसौली व गांठ बनने के क्या है कारण और उपचार ?

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गर्भाशय में रसौली का बनना काफी गंभीर समस्या है महिलाओं के लिए, इस समस्या की वजह से महिलाओं को और भी कई जटिलताओं से गुजरना पड़ता है। इसके इलावा गर्भाशय में रसौली या गांठ की समस्या क्या है इसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

गर्भाशय में रसौली/गांठ क्या है ?

गर्भाशय में रसौली एक जटिल समस्या है, जिसके बारे में हम निम्न में बात करेंगे ;

  • रसोली/गांठ गर्भाशय की मांसपेशियों में होने वाला एक प्रकार का ट्यूमर है। यूट्रस की मांसपेशियों में अगर एक या एक से ज्यादा गांठ बन जाती है, तो रसोली की समस्या होती है।

  • ये ऐसी गांठें होती हैं जोकि महिलाओं के गर्भाशय में या उसके आसपास उभरती हैं। ये मांसपेशियां और फाइब्रस उत्तकों से बनती हैं और इनका आकार कुछ भी हो सकता है। इसके कारण बांझपन की समस्या हो सकती है।

कई बार रसौली के कारण बांझपन की समस्या उत्पन हो जाती है और अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, बल्कि आपको समय सर ही पंजाब में आईवीएफ उपचार का चयन कर लेना चाहिए।

गर्भाशय में रसौली/गांठ के कारण क्या है ?

इसके कारण निम्नलिखित है ;

  • गर्भाशय में रसौली अर्थात् गर्भाशय फाइब्रॉइड की समस्या, आनुवांशिक भी हो सकती है। अगर परिवार में किसी महिला को ये बीमारी है तो ये पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ सकती है। या फिर ये हार्मोन के स्त्राव में आए उतारचढ़ाव की वजह से भी हो सकता है। बढ़ती उम्र, प्रेग्नेंसी, मोटापा भी इसका एक कारण हो सकते हैं।

गर्भाशय में रसौली बनने के कारणों को यदि आपने जान लिया है और इसके कारण जो समस्या उत्पन हो रही है, इससे निजात पाना चाहते है तो इसके लिए आप पंजाब में आईवीएफ सेंटर का चुनाव कर सकती है।

गर्भाशय में रसौली या गांठ की समस्या उत्पन होने पर क्या परेशानियां आती है ?

  • सबसे बड़ी परेशानी तो ये है कि इस समस्या में महिला दिमागी तौर से काफी परेशान हो जाती है इसके इलावा, वजाइनल ब्लीडिंग का ज्यादा होना महिलाओं में बच्चेदानी की गांठ के कारण हो सकता है।

  • साथ ही इस दौरान आपको ज्यादा वजायनल डिस्चार्ज भी महसूस हो सकता है। आपको वजाइनल ब्लीडिंग भी हो सकती है। नतीजतन, कुछ महिलाओं को एनीमिया की बीमारी का सामना करना पड़ता है।

  • इसके इलावा महिलाओं को और भी परेशानी का सामना करना पड़ता है जैसे ; पेट में दर्द और पीरियड्स के दौरान असामान्य रक्स्राव आदि।

गर्भाशय में रसौली व गांठ का इलाज क्या है ?

इसका इलाज अनुभवी महिला डॉक्टर के सलाह व उनसे ही करवाना चाहिए, जैसे ;

  • गोनेडोटरोपिन रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट (जीएनआरएचए) एक तरह का इलाज है, जोकि सेक्स हार्मोन पर असर डालता है। इसकी वजह से एस्ट्रोजन कम बनता हैं और रसोली से भी छुटकारा मिल जाता है।

  • मायोमेक्टोमी सर्जरी की मदद से गर्भाशय से रसौली को निकाला जाता है।

  • जब ब्लीडिंग ज्यादा हो और रसौली का आकार भी काफी बड़ा है, तो हिस्टोरेक्टोमी सर्जरी का प्रयोग डॉक्टर मरीज़ पर करते है।

यदि आप गर्भाशय में रसौली व गांठ का इलाज करवाना चाहते हो तो सोफत इनफर्टिलिटी एन्ड वीमेन केयर सेंटर का शीघ्र अति शीघ्र चयन करें। नहीं तो बाद में इसका खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

निष्कर्ष :

समस्या कोई भी हो अगर शुरुआती तौर पर उसे जान लिया जाए तो उस समस्या का जड़ से खात्मा करना आसान हो जाता है। ठीक वैसे ही गर्भाशय में रसौली की समस्या है।