पंजाब के लुधियाना शहर में डॉ. सुमिता सोफत फर्टिलिटी सेंटर से इलाज़ लेने के पश्चात एक घर में शादी के 30 साल गुजर जाने के बावजूद बच्चा होने की उम्मीद छोड़ने वाले माता की कोख में औलाद का एहसास हुआ। ये परमात्मा का धन्यवाद करें या डॉ. सुमिता सोफत का जिह्नों ने ना उम्मीद जोड़े को उम्मीद की किरण दे के उनकी ख्वाशों को सच कर डाला।
डॉ. सुमीता सोफत के पास इलाज़ करवाने के पश्चात डॉ. ने उन्हें आई.सी.एस.सी (ICSI) विधि की मदद से लेज़र हटचिंग और ब्लास्टोसिस ट्रांसफर तकनीक से इस जोड़े के गृह में खुशियां की किलकारियां गूंजी। गुरमीत कौर और उसके बेटे की हालत बिलकुल स्वस्थ हैं। डॉ. सुमिता सोफत ने बताया कि पंजाब जैसे छोटे उत्तर-पश्चिम भारत का एक राज्य के लुधिअना शहर में इस तकनीक का इस्तेमाल पहली बार हुआ और इसका नतीजा फलदायक साबित हुआ।
डॉक्टर सुमिता सोफत ने इनका इलाज नवीनतम तकनीकों से किआ जिसमे उन्हें सफलता मिली और गुरमीत कौर ने एक बेटे को जन्म दिया जो की बिलकुल सवस्थ और सक्रिय है। डॉ. सुमिता सोफत उन जोड़े के लिए एक वरदान से काम नहीं है जो औलाद न होने के दुःख से न उम्मीद हो जातें हैं।