क्या पीसीओएस के बारे में सबको पता है ?

परिभाषा-पीसी ओएस का मतलब पोलिसिसिटक ओवरी सिंडरोम होता है| यह कोई बीमारी नहीं ही पर ऐसी चीज जो वंशानुगत से होने का कारण है | यह महिलाओ में अपने आप  में ही पैदा होना शुरू हो जाता है जिनसे उनके हर महीने में आते पीरियड्स डिस्टर्ब हो जाते है | यह एक तरह से लड़की के शरीर के अंदर उसकी अंडाशय में फ्लूइड के थैले (सिस्ट्स) बना देता है जिससे उनके पीरियड्स  हर महीने आने की बजाए दो-दो महीने का वकत डाल देते है |    

 कैसे होता है शुरू – इसके होने का कारण अभी तक किसी को नहीं पता | लेकिन डॉक्टर, वैज्ञानिक इसकी जाँच में लगे हुए है | एक चीज जो पता चलती है कि यह उन महिलाओं को होता है जो शरीर से भारी होती है या जिनके खाने -पीने,रहने-सहने का ढंग ठीक नहीं होता| अगर तो य वंशानुगत होती है फिर  तो उसके आगे बच्चों में होने का डर होता  है |        

इसका पता कैसे चलता है  – जब किसी भी लड़की को हर महीने पीरियड्स आते हो ओर फीर दो-तीन महीने न आए जिससे पता चल जाता है कि उस लड़की में पीसी ओएस होना शुरू हो गया है | जब पता चले तो डॉक्टर के पास टेस्ट करवाना चाहिए ओर इससे दूर होने के तरीके अपनाने शुरू करे | इसके इलावा जब किसी को नीचे दीए गए लक्षण अपने शरीर में पता चले:-

  • शरीर पे ज्यादा गिनती में बाल 
  • भार  कम या ज्यादा होना  
  • पीरियड्स न आना  
  • चेहरे पर मुंहासे
  • सर के बल जड़ना 
  • बोलने का ढंग बदल जाना 
  • नींद में परेशानी  
  • सेब के जैसा पेट 
  • सिर में दर्द रहना 
  • हाई ब्लड शुगर 
  • हाई ब्लड प्रेशर 
  • कोलेस्ट्रॉल का कम ज्यादा होना 

 जिस सब से दिल का दोरा व दिएबेस्टस होने का ख़तरा !!!!!!   

अगर हो जाए तो कैसे ठीक रहे – इसमें ज्यादा न उलझे अपने आप को शांत रखें  और हो सके तो अपने खान-पान और रहने-सहने में बदलाव लाए | जैसे योग का प्रयोग करें और खाने पीने का सही टाइम रखे | अपने आप को शांत व खुले वातावरण में रखने की कोशिश करे | जब सही लगे तो अंडाशय को मजबूत रखने वाली एक्सरसाइज करें  जिससे शरीर में चुस्ती और फुरती बनी रहेगी | 

इसकी हानि क्या है –  इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जिसको यह हो जाता है  वह लड़की गर्भावस्था के दौर में नहीं जा सकती | अगर उसकी किस्मत में होगा तो ही वह गर्भवती बन सकती है | जैसे वह  किसी अच्छे डॉक्टर से दवाई ले सकती है या योग का प्रयोग कर सकती है| ऐसे ही एक साल योग करने से एक लड़की गर्भवती बनी – उत्तर प्रदेश की लड़की जिसको २४  साल की उमर से पीसी ओएस था और फिर उसने एक साल योग का प्रयोग करके अपने पीरियड्स को रेगुलर किए जिससे उसका अंडाशय मजबूत हो गया और वह लड़की गर्भ धारण कर पाई  और उसको गर्भवती बनने का मौका मिला | 

 ऐसे ही आप में से कोई हो सकता है जिसकी किस्मत खुल जाए | 

निष्कर्ष-यह चीज दिन ब दिन लड़कीओ में बढ़ती जा है जो की १२-१८ परसेंट महिलाओ में प्रजनन दर कम क्कर रही है | जिससे यह पता चलता है कि ७० परसेंट महिलाओ अभी बी इस चीज से झुज रही है| कुछ विज्ञान में  बतया गया है कि एक इलाज है जिसका नाम लिको लॉलिजिन २०२० में पाया गया जो क एक थेरेपी है जिससे  शुगर, कोलेस्ट्रॉल की स्तरों को  पीसी ओएस से लड़ने वाली लड़कीओ में कम किए जा सकता है |