डोनर एग के साथ क्या भारत में आईवीएफ की सफलता दर संभव है ?

क्या-है-डोनर-एग-की-सम्पूर्ण-प्रक्रिया

डोनर एग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसको आईवीएफ के जरिये किया जाता है लेकिन ये उचार किसी अन्य महिला के साथ किया जाता है और उस महिला के अंडे को शुक्राणुओं की मदद से तैयार किया जाता है और जो महिला माँ बनना चाहती है उसके गर्भ में स्थांतरित कर दिया जाता है इसके अलावा ये प्रक्रिया कितनी सफल है इसके बारे में आज के आर्टिकल में बात करेंगे ;

क्या होते है डोनर एग ?

  • डोनर एग का चयन तब किया जाता है, जब कोई जोड़ा इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) करवाने के बाद भी कोई महिला अपने अंडे से गर्भवती होने में असमर्थ होती है तो उन्हें डोनर अंडे पर विचार करने की सलाह दी जाती है।
  • डोनर एग में अंडों को एक गुमनाम महिला डोनर के अंडाशय से लिया जाता है। वहीं डोनर महिला की जानकारी को गुप्त रखा जाता है। 
  • इसके बाद अंडे प्राप्त करने से पहले पूरी तरह से उसकी जांच की जाती है। और फिर पुरुष साथी के शुक्राणु के साथ अंडे को फर्टिलाइज़ किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप भ्रूण को महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाता है।

किन्हें डोनर एग की जरूरत होती है ?

  • जो महिलाएं 35 से 45 आयु वर्ग की उम्र से संबंधित होती है उनमे प्रजनन क्षमता में गिरावट आ जाती है, इसलिए उनके पास अपने आईवीएफ उपचार के साथ आगे बढ़ने के लिए किसी और के अंडे का उपयोग करना ही एक मात्र तरीका रह जाता है।

क्या डोनर एग के साथ आईवीएफ का उपचार सफल माना जाता है ?

  • डोनर एग के साथ आईवीएफ की सफलता अधिक होती है क्योंकि इसमें अच्छी क्वालिटी वाले अंडे कम उम्र की डोनर से पूरी जांच के बाद लिए जाते है। ताकि अंडे को जब अन्य महिला के गर्भाशय में ट्रांसफर किया जाए तो वो आसानी से हो सके। 
  • डोनर एग के साथ आईवीएफ (IVF) का उपचार सफल होने के साथ पूरी तरह से सुरक्षित भी है क्योंकि इसमें महिला की पूरी जांच के बाद ही उसे डोनर के लिए चुना जाता है।

अगर आप डोनर एग के जरिये संतान प्राप्त करना चाहते है तो इसके लिए आपको सबसे पहले पंजाब में आईवीएफ सेंटर का चयन करना चाहिए।

क्या डोनर एग का कोई खतरा भी होता है ?

  • भारत में ‘एग डोनेशन’ की प्रक्रिया पर कुछ रिसर्च सामने आई है और रिसर्च के मुताबिक ये बात सामने आई है की इस प्रक्रिया से पैदा होने वाली मेडिकल जटिलताओं से क़रीब आठ प्रतिशत तक महिलाओं को मौत का ख़तरा भी होता है। 

 

डोनर एग का कितना खर्चा आता है ?

  • डोनर एग की प्रक्रिया को अंडों का दान कहा जाता है, लेकिन भारत समेत दुनिया भर में इसे पैसों के लिए किया जाता है. इसके अलावा भारत में अंडों का एक बार दान करने के लिए महिला को क़रीब 15,000 रुपए दिए जाते है। 
  • वही अगर महिला पढ़ी-लिखी हो, अच्छे कॉलेज की डिग्री हो या नौकरीपेशा हो तो फ़ीस बढ़कर 50,000 से एक लाख रुपए तक हो सकती है।

 

डोनर एग के लिए बेस्ट हॉस्पिटल व सेंटर ?

  • अगर आप भी संतान उत्पन्न करने में असमर्थ है तो इसके लिए आप सोफत इनफर्टिलिटी एन्ड वीमेन केयर सेंटर से एग को अपने गर्भाशय के अंदर डोनेट करवा सकते है वो बिना किसी खतरे और किफायती दाम के।