पंजाब में इस आईवीएफ सेंटर में निसंतान महिलाओ के लिए आईवीएफ़ उपचार वरदान हुआ साबित

IVF treatment proved to be a boon for childless women.

आईवीएफ़ उपचार से बच्चा पैदा करना हुआ और भी ज्यादा आसान

पंजाब में सोफत इनफर्टिलिटी एंड वूमेन केयर सेंटर (डॉ. सुमिता सोफत अस्पताल) के डॉक्टर गायनेकोलॉजिस्ट (Gynecologist)  डॉ. सुमिता सोफत द्वारा निसंतान महिलाओ के लिए आईवीएफ़ उपचार वरदान हुआ साबित, जहा आईवीएफ के उपचार से लेकर सलाह तक सब अच्छे से दी जाती हैं।

–  आईवीएफ उपचार क्या है ?

    • आईवीएफ (IVF) एक प्रजाजन उपचार यानी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है और यह बांझपन से पीड़ित व्यक्ति या जोड़े के लिए एक वरदान है।
    • इस उपचार से संतान न होने के दुःख से जोड़े को निज़ात मिलता हैं।

–  क्या वास्तविकता में आईवीएफ उपचार से संतान प्राप्ति हो सकती ?                                                                  

                                                                     यहाँ बता दे कि आई.वी.एफ के जरिये बच्चा पैदा करना बिल्कुल संभव है….,,

    • बता दे कि आई वी एफ़ उपचार, बच्चा पैदा करने की कोशिश कर रहे जोड़ों के लिए दुनिया भर में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली सहायक प्रजनन तकनीकों में से एक मानी जाती हैं।
    • दूसरी बात दुनियाभर में 80 लाख से ज्यादा नि:संतान जोड़ो के घर में आईवीएफ के उपचार ने संतान की प्राप्ति करवाई हैं 

 

  • आईवीएफ से पूर्व हमें किन उपचारों को करवाने की तरफ ध्यान रखना चाहिए ?

                                                              आईवीएफ के दौरान कुछ खास बातों की तरफ ध्यान रखना चाहिए जैसे….,,

    • रक्त परीक्षण
    • अल्ट्रासाउंड
    • संक्रामक रोग की जांच
    • गर्भाशय मूल्यांकन
    • शुक्राणु विश्लेषण सहित पुरुष प्रजनन क्षमता का भी परीक्षण।

 

  • आईवीएफ के दौरान खर्चा कितना लग जाता हैं ?
    • बता दे कि एक सामान्य आईवीएफ प्रक्रिया में लगभग 1 से 1.5 लाख रुपये तक का खर्चा आता है ।
    • तो वही कुछ वर्ष पूर्व की बात करें तो आई वी एफ के उपचार का खर्चा 2 से 5 लाख तक का आता था, जबकि अब इसमें काफी कमी आई है और कहा जा सकता है कि आईवीएफ आम दम्पतियों के बजट में है अब |

 

  • आईवीएफ उपचार के फायदे क्या हैं ?

                   आईवीएफ एक प्रजाजन उपचार यानी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है, जोकि बांझपन से पीड़ित व्यक्ति या जोड़े के लिए एक वरदान है। आईवीएफ के दौरान, स्त्री के अंडे और पुरुष के स्पर्म को लैब में फर्टिलाइज करके भ्रूण का निर्माण किया जाता है और इस भ्रूण को तैयार करने के बाद, इसे महिला के गर्भाशय में रख दिया जाता है| 

  • नुकसान क्या हैं आईवीएफ के ?
    • हार्मोनल इंजेक्‍शन की वजह से इंजेक्‍शन वाली जगह पर दर्द होना
    •  हॉट फ्लैशेज, योनि में सूखापन, पेट फूलना, ब्रेस्‍ट में दर्द, सिरदर्द, वजन बढ़ने, चक्‍कर आने, ब्‍लीडिंग होना, थकान, नींद आने में दिक्‍कत और एक्‍ने जैसे साइड इफेक्‍ट
  • सुझाव :

       यदि आप संतान न होने की वजह से परेशान हैं तो आप पंजाब में आईवीएफ सेंटर जाकर इसका उपचार करवा सकते हैं, वो भी किफ़ायती दाम में।

 

  • क्या आईवीएफ उपचार के दौरान जान सकते है की होने वाली संतान लड़का हैं या लड़की ?

                 आई.वी.एफ के जाँच के जरिए हम बिल्कुल जान सकते हैं कि होने वाली संतान किस रूप में हमे प्राप्त होगी।

    • आईवीएफ के दौरान एम्ब्रयो के कुछ सेल्स निकाले जाते हैं और उनकी लैब में जांच होती है और इस जांच से ही पता चल जाता है कि बच्चा लड़का होगा या लड़की।

– आईवीएफ के उपचार को कितना समय लगता हैं ?

    • आईवीएफ के एक चक्र में लगभग दो महीने का समय लगता हैं
    • और इस प्रक्रिया में अंडाणु और शुक्राणु कोशिकाएं को मानव शरीर के बाहर आपस में फ्यूज़ किया जाता हैं ताकि अंडे का निषेचन हो सके।
  • निष्कर्ष:             

अंत आपसे यही अनुरोध हैं कि अगर आप पंजाब के वासी है तो पंजाब में ही Sofat Infertility & Women Care Hospital हैं जहा आईवीएफ के उपचार से लेकर सलाह तक सब अच्छे से दी जाती हैं  और यही पर ही आप एक बार Dr Sumita Sofat से भी जरूर मिलना क्युकि आई.वी.एफ जाँच के लिए ये काफी प्रसिद्ध मानी जाती हैं,लेकिन इसको करवाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लेना।