तनाव से बढ़ रही है बांझपन की समस्या: डॉ. सुमिता सोफत

तनाव से बड रही बाझपन की समस्यडॉ सुमिता सोफत

डॉ. सुमिता सोफत: आल इंडिया ऑब्स्ट्रैटिक एंड गायनेकोलॉजी सोसइटी की 63वीं कॉन्फ्रेंस में डॉ. सुमिता सोफत ने अतिथि के रूप में शामिल हुई। उन्होंने बांझपन में वृद्धि के बारे में एक व्याख्यान दिया है। उन्होंने बांझपन के कारणों के साथ-साथ इसके उपचार के बारे में बात की। उन्होंने आगे उल्लेख किया कि प्रदूषण में वृद्धि और कीटनाशकों के उपयोग से बांझपन होता है। आम तौर पर 20% जोड़े बांझपन से पीड़ित होते हैं, सरल शब्दों में 100 में से 20 जोड़े बांझपन से पीड़ित होते हैं। दैनिक जीवन में तनाव और देर से शादी करना इसका मुख्य कारक है।

आजकल के युवा शादी करने से पहले अपने जीवन में व्यवस्थित होना चाहते हैं लेकिन उम्र का बढ़ना बांझपन का सबसे बड़ा कारक है। जोड़े जो 30 के बाद बच्चा पैदा करने की योजना बनाते हैं और इसकी वजह से उन्हें गर्भधारण के लिए विशेषयग की मदद लेनी पड़ती है। उन्होंने कहा, अगर किसी को बांझपन का सामना करना पड़ता है, तो उन्हें इसकी उपेक्षा किए बिना डॉक्टर से मिलना चाहिए।